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उदारस्य तृणं वित्तम् ,
शूरस्य मरणं तृणम् ।।
विरक्तस्य तृणं भार्या ,
निस्पृहस्य तृणं जगत् ।।
( विदुर नीति )
For a generous person, wealth is insignificant. For a brave person, death has no value. For a selfless person, his family is insignificant. For a person who has no desires, this world is of no interest.
उदारचित्त वाले व्यक्ति के लिए धन तृण के समान है । शूरवीर के लिए मृत्यु का कोई मतलब नहीं है । वैराग्य लेने वाले व्यक्ति के लिए परिवार का कोई मतलब नहीं है । उदासीन व्यक्ति के लिए इस संसार का कोई मतलब नहीं है ।
उत्तमम्
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